हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चला है कि कोविड-19 संक्रमण धमनियों पर गहरा असर डाल सकता है। इससे धमनियाँ कठोर और कम लचीली हो जाती हैं, जो सामान्य तौर पर उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के दौरान होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह बदलाव कई साल पहले ही शुरू हो सकता है। महिलाओं में, खासतौर पर लॉन्ग कोविड से जूझ रही महिलाओं में, यह प्रभाव ज्यादा देखने को मिला है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड का हल्का संक्रमण भी हृदय पर लंबे समय तक असर डाल सकता है। धमनियों की कठोरता बढ़ने से ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यानी कोविड से ठीक होने के बाद भी दिल और रक्त वाहिकाओं पर इसका असर लंबे समय तक रह सकता है।
डॉक्टर सलाह देते हैं कि कोविड से ठीक हुए लोगों को नियमित रूप से हृदय संबंधी जांच करानी चाहिए। समय पर धमनियों में हो रहे बदलाव का पता चलने पर जीवनशैली में सुधार, दवाओं और अन्य चिकित्सकीय उपायों से भविष्य के जोखिम को कम किया जा सकता है।
ये निष्कर्ष बताते हैं कि कोविड-19 का असर सिर्फ संक्रमण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लंबे समय तक दिल की सेहत को प्रभावित कर सकता है। इसलिए कोविड से उबरे लोगों को सतर्क रहना और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाना जरूरी है।