
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) कोचीन शाखा ने केरल में संक्रामक रोगों की बढ़ती संख्या के बीच वयस्कों में इन्फ्लुएंजा, हेपेटाइटिस A और निमोनिया जैसे टीकों के कम उपयोग पर चिंता जताई है। IMA के नेताओं ने कहा है कि विशेष रूप से मधुमेह या हृदय रोग जैसी बीमारियों से पीड़ित वयस्कों को जटिलताओं से बचने के लिए टीकाकरण को प्राथमिकता देनी चाहिए।
इन टीकों को राज्य की सार्वभौमिक टीकाकरण योजना में शामिल नहीं किया गया है, जिससे लोगों को अपनी जेब से भुगतान करना पड़ता है। इसके कारण कमजोर वर्गों में कई रोकी जा सकने वाली बीमारियाँ बढ़ रही हैं।
IMA ने सार्वजनिक जागरूकता अभियान, किफायती पहुँच योजनाएँ और वयस्क टीकाकरण को व्यापक स्वास्थ्य नीति में शामिल करने की सिफारिश की है।