
जुलाई 2025 में प्रकाशित ICMR-NIE के एक पेपर के अनुसार, तमिलनाडु को मौसमी निगरानी के बजाय निरंतर ILI/SARI निगरानी प्रणाली अपनानी चाहिए। अध्ययन ने 85 स्वास्थ्य केंद्रों और 23 प्रयोगशालाओं में निगरानी क्षमता का विश्लेषण किया, जिसमें पाया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य स्तरों पर सैंपलिंग और रिपोर्टिंग में कई सीमाएं हैं, विशेष रूप से महामारी के समय के बाहर।
शोधकर्ताओं ने बुनियादी ढांचे को उन्नत करने, स्वास्थ्यकर्मियों को नियमित प्रशिक्षण देने, निजी अस्पतालों को निगरानी में शामिल करने और डेटा प्लेटफॉर्म को एकरूप करने की सिफारिश की।
"वन हेल्थ" दृष्टिकोण पर जोर देते हुए अध्ययन ने फीडबैक सिस्टम और डिजिटल टूल्स को संस्थागत रूप से लागू करने की आवश्यकता बताई, जिससे नए रोगजनकों की पहचान, महामारी की तैयारी और अंतर-विभागीय समन्वय बेहतर हो सके।