राजस्थान ने सरकारी अस्पतालों में निजी डायग्नोस्टिक सेवाएं लाने के लिए समझौता किया

राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने टेलीकम्युनिकेशन इंडिया लिमिटेड और कृष्णा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के साथ एक समझौता (MoU) किया है, जिसके तहत सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल के तहत डायग्नोस्टिक सेवाएं संचालित की जाएंगी। इस पहल के अंतर्गत जिला अस्पतालों में 145, उप-जिला अस्पतालों में 117, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHCs) में 101 और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) में 66 प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

यह सार्वजनिक–निजी भागीदारी (PPP) मॉडल डायग्नोस्टिक सेवाओं की कमी को दूर करने, मरीजों के इंतजार के समय को कम करने और ग्रामीण आबादी के लिए यात्रा का बोझ घटाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। अनुभवी सेवा प्रदाताओं को आउटसोर्सिंग करने से जांच की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी और रिपोर्ट जल्दी मिलेंगी।

स्वास्थ्य अधिकारी इस मॉडल को पूरे देश में लागू करने की योजना बना रहे हैं—जिसमें टेलीमेडिसिन, इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकार्ड और फॉलो-अप प्रोटोकॉल के साथ डायग्नोस्टिक सेवाओं का एकीकरण होगा, जिससे संसाधन-संकट वाले सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सीय निर्णय लेने में मदद मिलेगी।