
भारत में प्लाज़ोमाइसिन नामक एक नया एंटीबायोटिक, जिसे प्रतिदिन एक बार इंजेक्शन के रूप में दिया जा सकता है, को जटिल मूत्र मार्ग संक्रमण (cUTIs) के इलाज के लिए पेश किया गया है, विशेष रूप से बहु-दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया के कारण होने वाले मामलों में। बढ़ते एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस (AMR) के कारण, ये संक्रमण अब अधिक गंभीर बनते जा रहे हैं और यूरोसेप्सिस जैसी जानलेवा स्थितियों का कारण बन सकते हैं। पुरुषों में इस संक्रमण का जीवनभर जोखिम 15% से कम होता है जबकि महिलाओं में यह लगभग 60% होता है, फिर भी पुरुषों में होने वाले सभी यूटीआई को जटिल माना जाता है। इस दवा को सबसे पहले अमेरिका की अचाओजेन कंपनी ने विकसित किया था और 2018 में US FDA से मंजूरी मिली थी। भारत में इसे अब सिप्ला कंपनी Zemdri नाम से बेच रही है। प्लाज़ोमाइसिन ने Carbapenem-Resistant Enterobacteriaceae (CRE) के खिलाफ प्रभावशाली परिणाम दिखाए हैं। EPIC ट्रायल और भारत-विशिष्ट डेटा इस दवा के महत्व को और मजबूत करते हैं।