
16 मार्च को आंध्र प्रदेश के नरसारावपेट के बालैयाह नगर की एक बच्ची की एआईआईएमएस-मंगलगिरि में इलाज के दौरान H5N1 बर्ड फ्लू से मौत हो गई। 24 मार्च को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने संक्रमण की पुष्टि की। अधिकारियों को संदेह है कि 26 फरवरी को कच्चा चिकन खाने के कारण वह संक्रमित हुई थी। दो दिन बाद लक्षण सामने आए और उसकी हालत बिगड़ती गई, बावजूद इसके कि वह अस्पताल में भर्ती थी।बच्ची के माता-पिता और करीबी संपर्कों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिससे संकेत मिलता है कि मानव से मानव में संक्रमण नहीं हुआ। पास के पोल्ट्री फ़ार्मों की निगरानी में भी किसी प्रकोप के संकेत नहीं मिले हैं। प्रभावित क्षेत्र में रैपिड रिस्पॉन्स टीम द्वारा घर-घर जाकर बुखार की जांच की जा रही है।विश्व स्तर पर H5N1 अपनी उच्च मृत्यु दर और स्तनधारियों को संक्रमित करने की क्षमता के लिए जाना जाता है।